SBI Card IPO: SBI कार्ड का IPO निवेश के लिए 2 मार्च से खुलने जा रहा है. इसमें 5 मार्च तक निवेश किया जा सकता है. माना जा रहा है कि IRCTC की ही तरह इस इश्यू की भी बंपर लिस्टिंग हो सकती है और निवेशक इस आईपीओ के जरिए मालामाल हो सकते हैं. बता दें कि निवेशकों को एसबीआई कार्ड के आईपीओ का लंबे समय से इंतजार था. यह आईपीओ 10,000 करोड़ रुपये का होगा. IPO के लिए इश्यू प्राइस 750 से 755 रुपये प्रति शेयर के बीच होगा. वहीं, कंपनी के कर्मचारियों के लिए 15 रुपये प्रति शेयर का डिस्काउंट दिया जाएगा. मार्केट लॉट 19 शेयर का होगा यानी आईपीओ में न्यूनतम 19 शेयरों के लिए बोली लगानी होगी. ऑफर में एक शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये होगी. फिलहाल इससे जुड़े ये 8 फैक्टर आईपीओ के ब्लॉकबस्टर बनने की ओर इशारा कर रहे हैं.
1. क्रेडिट कार्ड: दूसरी सबसे बड़ी हिस्सेदारी
RBI के अनुसार एसबीआई कार्ड भारत में क्रेडिट कार्ड जारी करने वाली दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है. इस मामले में इसका मार्केट शेयर 18 फीसदी से ज्यादा है. एचडीएफसी इस मामले में पहले नंबर पर है. 30 नवंबर 2019 तक एसबीआई कार्ड ने 98.3 लाख क्रेडिट कार्ड जारी किए थे, जबकि वित्त वर्ष 2019 में एसबीआई कार्ड द्वारा जारी क्रेडिट कार्ड के जरिए कुल 1,03,265 करोड़ रुपये स्पेंडिंग रही.
2. मजबूत कस्टमर बेस
SBI के साथ पार्टनरशिप के चलते कंपनी का कस्टमर बेस मजबूत है. 31 दिसंबर 2019 तक एसबीआई के कुल 44.5 करोड़ कस्टमर थे. एसबीआई के देशभर में 21,961 शाखाएं हैं, जिसका फायदा एसबीआई कार्ड को होगा.
3. क्रेडिट कार्ड पोर्टफोलियो
एसबीआई कार्ड का पोर्टफोलियो इनडिविजुअल कार्ड होल्डर या कॉरपोरेट क्लाइंट्स की कई जरूरतों को पूरा करता है. इसमें लाइफ स्टाइल, रिवार्ड, ट्रैवल, फ्यूल, शॉपिंग, बैंक पार्टनरशिप कार्ड और कॉरपोरेट कार्ड शामिल हैं. एसबीआई कार्ड अभी 4 प्राथमिक एसबीआई-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड आफर कर रहा है, जिसमें SimplySave, SimplyClick, Prime and Elite शामिल हैं. इन्हें कार्ड होल्डर्स की अलग अलग जरूरतों को ध्यान में रखकर जारी किसा गया है. इसके अलावा इसके पर्सनल और लाइफ स्टाइल क्रेडिट कार्ड भी पॉपुलर हैं. इसमें SBI Card ELITE, SBI Card ELITE एडवांटेज और Doctor’s SBI Card शामिल हैं.
4. मुनाफा 43.52 फीसदी बढ़ा
SBI कार्ड का मुनाफा वित्त वर्ष 2019 में सालाना आधार पर 43 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 862.70 करोड़ रुपये रहा है जो एक साल पहले की समान अवधि में 601 करोड़ के करीब था. वहीं, वित्त वर्ष 2017 में इसका मुनाफा 372.86 करोड़ रुपये था. साफ है कि 2 साल के दौरान मुनाफे में 2.5 गुना से ज्यादा ग्रोथ रही है.
5. नेट इंटरेस्ट इनकम
SBI कार्ड का नेट इंटरेस्ट इनकम सालाना आधार पर 25 फीसदी बढ़कर 2558.50 करोड़ रुपये हो गया. यह 31 मार्च 2017 में 1359.70 करोड़ रुपये था.
6. इनकम में 44.9% CAGR ग्रोथ
SBI कार्ड का कुल इनकम वित्त वर्ष 2019 में 44.9% CAGR से बढ़कर 7286.83 करोड़ रुपये हो गया है. यह वित्त वर्ष 2017 में 34,71.03 करोड़ रुपये था. आॅपरेशन से रेवन्यू बढ़कर 69,99.11 करोड़ रुपये हो गया है.
7. एसेट्स और नेटवर्थ
SBI कार्ड का कुल एसेट्स सितंबर 2019 तक 24,459.20 करोड़ रुपये था, जो 31 मार्च 2018 में 20,239.60 करोड़ रुपये था. कंपनी की नेट वर्थ वित्त वर्ष 2017 की तुलना में करीब 150 फीसदी बढ़कर वित्त वर्ष 2019 में 3,581.70 करोड़ रुपये हो गई.
8. एनपीए
30 सितंबर 2019 तक एसबीआई कार्ड का एनपीए 2.30 फीसदी था. इसमें पहले से सुधार हो रहा है. वित्त वर्ष 2019 में यह 2.40 फीसदी था.
एक्सपर्ट भी दांव लगाने की दे रहे हैं सलाह
सैमको सिक्युरिटीज के रिसर्च हेड उमेश मेहता का कहना है कि SBI कार्ड एंड पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड क्रेडिट कार्ड स्पेस में लिस्ट होने वाली पहली कंपनी है. यह HDFC बैंक के बाद सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड इश्यू करती है. इस मामले में इसका मार्केट शेयर 18 फीसदी से ज्यादा है.
यह एसबीआई बैंक का सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाला वर्टिकल है. एसबीआई के पास 44.54 करोड़ का कस्टमर बेस है, जिसका फायदा कंपनी को मिलेगा. कंपनी फाइनेंशियल तौर पर मजबूत है, आगे मजबूत ग्रोथ की उम्मीद है. ऐसे में मौजूदा वैल्युएशन पर आईपीओ सब्सक्राइब किया जा सकता है.
13.05 करोड़ शेयर बिक्री के लिए पेश होगा
कंपनी 500 करोड़ रुपये कीमत के 13.05 करोड़ शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी. एसबीआई कार्ड ऑफर फॉर सेल के जरिए बाजार में 13,05,26,798 इक्विटी शेयर पेश करेगी. इसमें एसबीआई द्वारा बेचे जाने वाले 37,293,371 शेयर और कार्लाइल ग्रुप द्वारा ऑफर किये जाने वाले 93,233,427 शेयर शामिल हैं. बता दें कि एसबीआई कार्ड्स में एसबीआई की हिस्सेदारी 76 फीसदी, जबकि बाकी हिस्सेदारी कार्लाइल ग्रुप के पास है.