रेल मंत्रालय ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बड़ा एलान किया है. मंत्रालय ने कहा है कि अब देश में पैसेंजर ट्रेन सेवा 14 अप्रैल तक स्थगित रहेगी. इससे पहले यह सेवा 31 मार्च 2020 तक के लिए स्थगित की गई थी. मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेन, प्रीमियम ट्रेनें, पैसेंजर ट्रेनें, सबअर्बन ट्रेनें, कोलकाता मेट्रो रेल इस फैसले के दायरे में आएंगी. हालांकि मालगाड़ियों का परिचालन जरूरी चीजों की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए जारी रहेगा.
बता दें कि देश में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए 21 दिनों तक लॉक डाउन घोषित किया गया है. यह 25 मार्च से प्रभावी हो गया है. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हर किसी से घर में रहने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की गुजारिश की है.
21 जून तक मिलेगा रिफंड
रेलवे ने यह भी कहा है कि रद्द की गई सभी ट्रेनों की टिकटों का पूर्ण रिफंड 21.06.2020 तक प्राप्त किया जा सकता है. IRCTC ने लोगों से कहा है कि वह उन टिकटों को रद्द नहीं करें जो उन्होंने ऑनलाइन उस ट्रेन के लिए बुक कराई थी जो रद्द हो चुकी है. उसने यह भरोसा दिया है कि पूरी राशि का रिफंड अपने आप भी वापस मिल जाएगा.
ससे पहले रेलवे ने 21 जून तक काउंटर टिकटों को रद्द कराने के लिए समयावधि को बढ़ाकर तीन महीने कर दिया था. IRCTC ने कहा कि यूजर के स्तर पर रद्द करने की कोई आवश्यकता नहीं है. अगर व्यक्ति अपनी टिकट को रद्द करता है, तो इस बात की संभावना है कि उसे कम रिफंड मिल सकता है. इसलिए मुसाफिरों को सलाह दी जाती है कि रेलवे ने जिन ट्रेनों को रद्द किया है, वे उनके लिए ई-टिकट को खुद से रद्द न करें.
नहीं कटेगा कोई चार्ज
यह भी कहा गया है कि रिफंड की राशि अपने आप यूजर ने जिस अकाउंट के इस्तेमाल से ई-टिकट बुक की हैं, उसमें डाल दी जाएगी. बयान में कहा गया है कि ट्रेन के रद्द होने पर रेलवे कोई चार्ज की कटौती नहीं करेगा.